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पथिक

पथिक पथ पर तमाम कांटे बिखरे हैं उन कांटों से ही होकर गुजरना होगा, साथ में होंगे कई लोग तुम्हारे पर तुम्हें उन कांटों में उलझना होगा, फूल मिलते नहीं मंजिल की राह पर कदम कदम पर चुनौतियां होंगी गर पहुंच गए अपनी मंजिल तक तुम्हारे कदमों तले अशर्फियां होंगी, बदल जायेगी तस्वीर तुम्हारी एकContinue reading “पथिक”

पथिक

पथिक तुमको पथ परचलते ही रहना है,ना रूकना है ना झुकना हैआगे बढते ही रहना है ,माना सफर लम्बा है,बाधाएं भी हैं बडी,कहीं कांटे ही कांटे है,तो कहीं चट्टान है पड़ी,मगर रूकना नहीं,थकना नहीं चलते हीरहना है । चलते ही रहना है ।। wanderer you on the pathkeep going,neither stop nor bow downkeep moving forward,SupposeContinue reading “पथिक”