सपनों की दुनिया में खोए रहे तो हकीकत में जागोगे कब, सपने उन्हीं के सच होते सदा जो जागे आंखों में पलते हैं तब । मेहनत की कसौटी पर जो खुद को तोले आंखों में नींद का ना रहे कोई खुमारी दिन रात अपने मंजिल पर बढ़े कामयाबी ही मंजिल हो तब । सबके मनContinue reading “सपनों की दुनिया”
Author Archives: Sahdeosingh
बातों बातों में
बातों बातों में बातों का क्या कहना जब बात कहने की ही है तो उस पर अमल क्या करना, बातों की मीठी चासनी में इंसान भटक जाता है, बातों में उलझकर विश्वास कर जाता है, बातों के फरेब में फंसते है रहनुमा मकसद पूरा होते भूल जाते हैं है बात ।।ए आशाओं की
सुबह की किरणें
सुबह की किरणों की लाली ने नई उम्मीदों का रोशनी फैलाया, इन टूटते अरमानों के झंझावत में जीने का अलख जगाया । इन चहचहाते पक्षियों के कलरव से जीवन का मधुर संगीत गुनगुनाया संगीत की तरन्नुम घुल गई चारों ओर नवजीवन की नवबेला का संदेश आया । सूरज की सतरंगी किरणें जीवन को सबरंगों मेंContinue reading “सुबह की किरणें”
हादसा
जिंदगी हादसा भी है, इसलिए संभल कर चलना बड़ा जरूरी है, होता है कुछ हादसा बिन लापरवाही के वो किस्मत का लेख होता है, कोई हादसा से गुजर जाते हैं जिंदगी का भूगोल बदल जाता है, जो दूसरों को सहारा देता कभी वो किसी के सहारे को मजबूर हो जाता है, फिक्रमंद होते हैं जोContinue reading “हादसा”
खामोशी
खामोशी में भी एक शोर है जो बाहर की दुनिया में सुनाई नहीं देता, अंदर एक ज्वालामुखी धधकता है, जो कभी भी फट जाने को आतुर होता है, खामोशी का जब प्रतिकार होता है भूचाल आ जाता है, सब कुछ तहस नहस हो जाता है, खामोशी चाहे प्रकृति को हो या इंसान की, इसके पीछेContinue reading “खामोशी”
एक नजर
एक नजर अपने वजूद पर डाल लीजिए शायद आपकी सोच बदल जाए, जो कमियां हम दूसरों मैं ढूंढते है, अपने खुद की भी हकीकत समझ आ जाए । इंसान की ये फितरत है वह दूसरों की कमजोरी पर नजर रखता है, अपने आप का आत्मविश्लेषण नहीं करता है, कुछ तो है जो अपनी सोच गड़बड़Continue reading “एक नजर”
एक तपिश
एक तपिश में तपता हुआ जंग लड़ रहा बिखरे वजूद को हासिल करे ऐसा रंग भर रहा, हिम्मत और हौसला है अभी मैदाने जंग में जीतने की बाजी का आगाज कर रहा । विश्वास है खुद पर हर मुश्किल से लड़ने की अपने रसूख को कायम रखूं यह एतबार करने की होगा वही जो वक्तContinue reading “एक तपिश”
कभी कभी हालात
कभी कभी हालात भी इंसान को जीना सिखा देते हैं, इंसान के अहंकार और आत्म विश्वास को जड़ से उखाड़ देते हैं, हालात के आगे सिर नवाकर अपने को जीना पड़ता है, जीने के लिए जिंदगी में कभी कभी जहर का घूंट भी पीना पड़ता है । कहा जाता है को इंसान वक्त के साथContinue reading “कभी कभी हालात”
मेहनतकश इंसान
मेहनतकश इंसान के बदन से रिसता पसीना उसके पुरुषार्थ की कहानी कहता है चिलचिलाती धूप और जोर लगाता अपने जिम्मेदारियों का बोझ उठाने में, जोश और जुनून से लबरेज थकता नहीं बल्कि अपने पुरुषार्थ पर यकीं करता कर्मवीर, ये अपने ही हुनर और मेहनत की कमाई से सुकून की रोटी खाते हैं और अपने परिवारContinue reading “मेहनतकश इंसान”
बढ़ते रहो
आगे कदम बढ़ाया तो पीछे ना मुड़कर देखना जो दूरी तय कर लिया है तो वापस ना लौटना मंजिल का रास्ता बस उतना ही दूर है जितना आगे बढ़ चुके हो बस उतना ही आगे बढ़ना । कुछ रास्ते मंजिल के होते हैं टेढ़े मेढे नुकीले पत्थरों के कांटो भरे घनेरे, इन कठिनाइयों से डरकरContinue reading “बढ़ते रहो”